हेन्ड्रिके फान एंडेल-शिपर का जन्म 1890 में हुआ था और 2005 में मृत्यु के समय वे दुनिया की सबसे उम्रदराज़ महिला थीं। मृत्यु के समय उनकी सेहत टनाटन थी - एकदम बढ़िया संज्ञान क्षमता और रोगों से मुक्त रक्त परिवहन तंत्र। मृत्यु से पूर्व ही उन्होंने अपना शरीर इस शर्त पर वैज्ञानिक शोध के लिए दान कर दिया था कि इस शोध से प्राप्त सारे परिणाम (उनके नाम सहित) सार्वजनिक किए जाएंगे।
अब शोधकर्ताओं के एक दल ने उनके रक्त और अन्य ऊतकों की जांच करके यह समझने की कोशिश की है कि उन पर उम्र का क्या असर पड़ा है। जो कुछ उन्हें पता चला है उससे लगता है कि मनुष्य की आयु की सीमा अंतत: उसकी स्टेम कोशिकाओं की विभाजित होने की क्षमता से तय होती है। जब स्टेम कोशिकाओं की यह क्षमता चुक जाती है तो वे स्वयं मरने लगती हैं और हमारे शरीर में नई-नई कोशिकाएं बनना बंद हो जाती है।
फान एंडेल-शिपर के मामले में देखा गया कि उनके शरीर में जितनी भी सफेद रक्त कोशिकाएं थीं, उनमें से दो-तिहाई मात्र दो स्टेम कोशिकाओं के विभाजन से उत्पन्न हुई थीं। यानी उनकी अधिकांश रक्त स्टेम कोशिकाएं समाप्त हो चुकी थीं।
शोध दल के मुखिया एम्सटर्डम के वीयू विश्वविद्यालय के हेने होलस्टेज का सवाल है कि “क्या स्टेम कोशिकाओं के विभाजन की एक सीमा है और क्या यही मानव आयु की भी सीमा है? या क्या हम जीवन के शु डिग्री में अपनी स्टेम कोशिकाओं को संरक्षित करके बाद में इनका उपयोग कर सकते हैं?”
स्टेम कोशिकाओं के चुक जाने का एक और प्रमाण रक्त कोशिकाओं के टीलोमेयर की स्थिति से भी मिला। इन कोशिकाओं के टीलोमेयर बुरी तरह घिसे हुए थे। गौरतलब है कि टीलोमेयर कोशिकाओं में गुणसूत्र के सिरों पर उपस्थित खंड होते हैं जो गुणसूत्र की रक्षा करते हैं। हर कोशिका विभाजन के बाद टीलोमेयर थोड़े छोटे हो जाते हैं। देखा गया कि फान एंडेल-शिपर की रक्त कोशिकाओं के टीलोमेयर उनकी मस्तिष्क की कोशिकाओं के टीलोमेयर की अपेक्षा औसतन 17 गुना छोटे थे। गौरतलब है कि मस्तिष्क कोशिकाओं में विभाजन न के बराबर होता है।
रक्त में सफेद रक्त कोशिकाएं बनाने के लिए उपलब्ध स्टेम कोशिकाओं की संख्या का अनुमान इस आधार पर लगाया गया कि विभिन्न कोशिकाओं में उत्परिवर्तन किस तरह के हुए हैं। सारी कोशिकाओं में उत्परिवर्तनों का पैटर्न बहुत एक जैसा था जिससे लगता है कि वे सब मात्र दो कोशिकाओं के विभाजन से बनी हैं।
एक अनुमान के मुताबिक हम लगभग 20,000 रक्त स्टेम कोशिकाओं के साथ जन्म लेते हैं और किसी भी समय एक साथ करीब 1000 स्टेम कोशिकाएं सक्रिय होकर रक्त की आपूर्ति करती हैं। धीरे-धीरे स्टेम कोशिकाओं की संख्या कम होती जाती है।
यह पहली बार है कि इतने स्वस्थ व उम्रदराज़ व्यक्ति में कायिक कोशिकाओं में उत्परिवर्तन का अध्ययन किया गया है। शोध से यह भी लगता है कि फान एंडेल-शिपर के शरीर में कोशिकाओं में होने वाली गड़बड़ियों की मरम्मत का उत्कृष्ट तंत्र था। (स्रोत फीचर्स)