Cover - Illustration by Ananya Agarwal
कवर - गुलज़ार साब की कविता पर सातवीं में पढ़ रही अनन्या का बेहद कल्पनाशील चित्र।
Nonk- Jhonk - A poem by Shyam Sushil, Illustration by Kanak
नोक-झोंक - भाई-बहिन की नोक-झोंक पर। कनक का दर्शनीय चित्र।
Index
इंडैक्स पेज पर एक इराकी फोटोग्राफर का निकाला एक मार्मिक चित्र।
Jal - An article by Arun Kamal on Water, Illustration by Shobha Ghare
जल - कवि अरुण कमल का जल के बारे में एक रचनात्मक गद्य। शोभा घारे का उतना ही खूबसूरत चित्र।
Sab Chalta hai - A Memoir by Rudrashish Chakraborty, Illustration by Sunita
सब चलता है - हमारा जीवन कितने ही अनाम लोगों की मदद से चलता है। पर हम अनजान रहते हैं। एक ऐसे ही व्यक्ति को जब लेखक उसकी मदद के लिए शुक्रिया अदा करता है तो... माँडना चित्रकार सुनीता का बढ़िया चित्र।
Bhula Gaam bale - A folk story retold by Ekta Chanda, Illustration by Jagdish Joshi
भूला गाम बले - उदयपुर के झालौड़ इलाके की एक लोककथा जिसमें आदिवासियों ने अपने हक की लड़ाई लड़ी. अँग्रेज़ों के खिलाफ। चित्रकार जगदीश जोशी का एक शानदार चित्र।
Mugaambo Khush hua - An article on filmy dialogues by Varun Grover, Illustration by Atanu Roy
मुगैम्बो खुश हुआ - गीतकार तथा पटकथाकार वरुण ग्रोवर का लेख। इसमें उन्होंने अपने पसंदीदा आठ फिल्मी डायलॉग की चर्चा की है। और बताया है कि वही डायलॉग उन्हें क्यों पसंद हैं। अतनु जी के जीवंत चित्रों के साथ।
Hip-Hip Hurry - A story by Sanjeev, Illustration by Joel Gill
हिप हिप हुर्रे - कथाकार संजीव का लिखा एक सच्चा किस्सा। एक गाँव में हुए फुटबाल मैच का एक हास्यास्पद किस्सा।
Haji-Naji - Fun Stories by Swayam Prakash, Illustrations by Atanu Roy
हाजी-नाजी कथाकार स्वयंप्रकाश का चुटीले प्रसंगों से भरे तीन किस्से। अतनु राय के कैरीकेचर।
Hum ek jagah baithe… An article on rotation of earth by Rama Chari, Illustration by Prashant Soni
हम एक जगह नहीं बैठे हैं - भौतिक विज्ञानी रमा चारी का एक लेख जिसमें पृथ्वी के घूमने के इर्द-गिर्द दो बच्चों की बातचीत है।
Chhatein - A short piece by Rustam on terrace, Illustration by Kanak
छतें - दार्शनिक तथा कवि रुस्तम का एक संक्षिप्त शब्द चित्र। छतें। छतों के बारे में। तथा उसके समांतर बनाई गई चित्रकार कनक की एक पेंटिग।
Mera Panna - Children’s Creativity column
मेरा पन्ना - बच्चों के कविता-कहानियों तथा चित्रों का एक गुच्छा। इस बार शुचि बजाज ने एक चित्र बनाया है - इसे नाम दिया है - साँप पत्थर और खून। बेहद सरल रेखाओं से बने इस चित्र को ज़रा रुककर देखिएगा। यह उतना भर नहीं है जितना सरसरी तौर पर देखने से आपको लगेगा। साँप है। गुचड़-पुचड़ रेखाओं का। साँप तो ऐसा भी बनाया जा सकता था जैसा साँप लगता है। बड़ी कलाकारी की जा सकती थी। इतनी कि लगे जैसे किसी साँप का फोटो खींच लिया गया है। पर यहाँ चित्रकार ने ऐसी किसी चीज़ की ज़रूरत नहीं समझी है। उसे मालूम है शायद कि मुद्दे की बात क्या है। और उसे बिना किसी तामझाम के कैसे दिखाया जा सकता है। साँप और पत्थर ही नहीं है खून भी है। यानी पत्थर साँप को लग चुका है। पर साँप को पत्थर इतनी आसानी से लगा नहीं होगा। इससे पहले वह इधर-उधर दौड़ा-होगा। बचने। सीधा दौड़ना उसका स्वभाव नहीं है। सर्पाकार दौड़ा होगा। इस चित्र में यह पूरा वक्त एक साथ उपस्थित है। साँप की कशमकश। बचाव की कोशिशें। पहला ही वार साँप को नहीं जा लगा है। वह खूब तड़पा है। कितने ही पत्थर उसके भागने के आसपास लगे दिख रहे हैं। पूरे वक्त को समेटकर एक साथ एक क्षण में सम्भव किया गया है। पर इस छटपटाहट में साँप को पत्थर कहाँ लगा? उसकी स्थिति क्या थी? पता नहीं। वह तो इस कदर भागा जा रहा था कि इस बात का ठीक-ठीक पता चलना मुश्किल था। पर एक बात तय है कि उसे पत्थर लगा और उसके खून निकला। इसलिए जैसे एक चित्र के तीन वाक्य हैं - एक साँप और उसकी छटपटाहट दूसरा वे पत्थर जो उसे मारे गए और तीसरा खून। एक साँप है कुछ पत्थर हैं और खून है। इसका शीर्षक भी यह क्रम बताता है - साँप, पत्थर और खून। एक घटना हुआ जिसका अंत खून से हुआ। बच्चों के हाथों के सधेपन से परे उनके मन में चलने वाली बातें ज़्यादा बड़ी होती हैं। और उनकी इसी बात के हम कायल हैं।
एक और चित्र गौरतलब है नीलेश का बनाया।
Badal Kya hain - A poem by Rajesh Joshi, Illustration by Taposhi Ghoshal
बादल क्या है - कवि राजेश जोशी की एक कविता तथा चित्रकार तापोषी घोशाल के बेहद बारीक-मद्धिम रंगत के चित्र।
Boli Rangoli - A column on children’s Illustrations on Gulzar’s couplet
बोली रंगोली - इस बार की पंक्तियों पर बनाए चित्र आपको अचरज में डाल देंगे। इस बार की कविता थी -
बादल ने अब गला साफ किया है
आसन लगा के बैठ गया आसमान में
जब गुनगुनाती आएँगी बूँदें ज़मीन पर
पत्ते बजाके गाएगा मल्हार कान में
- गुलज़ार
Ganit ki Nautankiyan - A satire by Gyan Chaturvedi, Illustrations by Atanu Roy
गणित की नौ टंकियाँ - व्यंग्यकार ज्ञान चतुर्वेदी का लिखा गणित के हौज तथा टंकी वाले सवालों के बेतुकेपन पर एक व्यंग्य। और अतनु जी के व्यंग्य चित्र।
Magarmacho ki duniya - A serial story by Jasbir Bhullar, Illustrations by Atanu Roy
मगरमच्छ - इस बार किरली मगरमच्छ फिर से बाढ़ का सामना करके एक गाँव जा पहुँचती है।
Mathapacchi - Brain teasers
माथापच्ची - एक बेहद पेंचीदा पहेली के अलावा चार और सवाल।
Dost (Part – 34) - A Picture story by Shashi Kiran
दोस्त - चित्रकार शशिकिरण अपने प्रिय कुत्ते के अनुभवों की कहानी पिछले तीन एपिसोड से सुना रहे हैं। कहानी के साथ-साथ उनके सरल रेखाचित्र भी कम मनमोहक नहीं हैं।
Bail ki akal - A short story by Sukumar Ray, Illustration by Shashi Shettey
बैल की अकल - सुकुमार राय हिन्दुस्तान के उन इक्के-दुक्के लेखकों में से हैं जिन्हें बच्चों का बेहद प्यार मिला है। उनकी एक बेहद चुटीली कहानी। पोंगे पंडितजी के बारे। और चित्रकार शशि शेट्ए का एक कलात्मक चित्र।
Gauriya - An observation activity on sparrow by Aamod Karkhanis
गौरैया - एक गतिविधि पिछले अंक में शाया हुई थी। इसमें गौरैया की चाल, खाना, घोंसला बनाना आदि कितनी ही चीज़ों के बारे में नज़र रखने की बात हुई थी। लगभग चार सौ बच्चों ने यह गतिविधि की। उनमें से चुनिंदा आठ बच्चों के अवलोकन। तथा तीन बेहद कल्पनाशील चित्र।
Tu chipa hai kahan - A description of one photograph captured by Vishal Modi
तू छिपा है कहाँ - फोटोग्राफर विशाल मोदी की कच्छ के रण में उल्लू से मुलाकात। और एक विलक्षण फोटो।
Chitrapaheli
चित्रपहेली - चित्रों के सुराग से शब्दों तक पहुँचने की पहेली।