हाल ही में पता लगा है कि कुकुरमुत्ते (मशरूम) और अन्य फफूंदें अपने परिवेश के तापमान की तुलना में अधिक ठंडे बने रहते हैं। नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज़ के अनुसार इसका कारण उनमें भरपूर मात्रा में पानी की उपस्थिति है। लगभग हमारे पसीने की तरह यह पानी धीरे-धीरे वातावरण में वाष्पित होता रहता है, और तापमान कम करता है।
मशरूम तथा अन्य फफूंदों की इस विशेषता के बारे में तब पता चला जब जॉन्स हॉपकिन्स युनिवर्सिटी के सूक्ष्मजीव विज्ञानी रैडामेस कॉर्डेरो अपनी प्रयोगशाला के नए थर्मल कैमरे का परीक्षण कर रहे थे। यह कैमरा इन्फ्रारेड-ऊष्मा को छवि के रूप में रिकॉर्ड कर सकता है। कॉर्डेरो और उनके सहयोगी आर्टुरो कैसाडेवल ने कैमरे से यह पता लगाने का प्रयास किया कि कुछ कवक के गहरे रंग के रंजक उनकी सतह के तापमान को कैसे प्रभावित करते हैं। अध्ययन में उन्होंने लगभग 20 प्रकार के जंगली मशरूम की छवियां तैयार की जो अपने परिवेश की तुलना में काफी ठंडे थे।
प्रयोगशाला जांच में उन्होंने पाया कि ब्राउन अमेरिकन स्टार-फूटेड एमेनाइटा जैसी कुछ प्रजातियों का तापमान अपने परिवेश की तुलना में एक या दो डिग्री कम था जबकि ओइस्टर मशरूम का तापमान अपने परिवेश से लगभग छह डिग्री सेल्सियस कम था। शराब बनाने वाली खमीर सहित 19 प्रकार के फफूंदों में इसी तरह के पैटर्न दिखाई दिए। यहां तक कि ठंडे मौसम में भी इनकी कॉलोनियों का तापमान लगभग एक डिग्री सेल्सियस कम था। एक-कोशिकीय कवकों के तापमान में इस तरह के पैटर्न काफी आश्चर्यजनक हैं। कॉलोनी के रूप में भी देखा जाए तो मशरूम की तुलना में इन कवकों का सतह-क्षेत्र प्रति आयतन बहुत कम होता है। ऐसे में सतह से गर्मी विकिरित होकर तापमान को कम करना आश्चर्यजनक है।
शीतलन क्षमता के मापन से पता चला है कि शीतलन प्रभाव कवक से वाष्पित होने वाले पानी के कारण होता है जो एक गर्म दिन में हमारे शरीर से निकलने वाले पसीने जैसा काम करता है। मशरूम के नीचे की गलफड़ेनुमा बनावट सतह क्षेत्र में वृद्धि करती हैं। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इस विशेषता से मशरूम को क्या फायदा होता है।
बहरहाल इन मशरूमों की ठंडक का इस्तेमाल तो किया ही जा सकता है। इसके लिए शोधकर्ताओं ने लगभग आधा-किलोग्राम बटन मशरूम को एक छोटे स्टायरोफोम पैकिंग बॉक्स में रखा। इसमें हवा के लिए दो छेद रखे। हवा खींचने के लिए एक छेद में एक कंप्यूटर एग्ज़ॉस्ट फैन लगाया और बॉक्स को एक बड़े स्टायरोफोम कंटेनर में रख दिया। पंखा चालू होने के 40 मिनट के अंदर बड़े कंटेनर का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया और आधे घंटे तक कम ही बना रहा। इस व्यवस्था से बर्फ तो नहीं जमेगा लेकिन यदि आपका पिकनिक का कोई प्रोग्राम है तो खाना ठंडा रखने के लिए मशरूम एक अच्छा विकल्प है। और तो और, बाद में आप इसे खा भी सकते हैं। (स्रोत फीचर्स)
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Srote - July 2023
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