पिछले हफ्ते मानव इतिहास और सभ्यता की जानकारी से लैस अंतरिक्ष यान चांद की ओर रवाना हो गया। मानव इतिहास और सभ्यता को भविष्य के लिए सुरक्षित रखने की ओर यह एक और कदम है। 3 करोड़ पृष्ठों की इस जानकारी को एक नैनोटेक डिवाइस में सहेजा गया है। उम्मीद है कि यह यान अप्रैल तक चांद पर उतर जाएगा।
आर्क मिशन फाउंडेशन के प्रोजेक्ट का उद्देश्य है कि इतने वर्षों में इंसानों ने जो भी जानकारी जुटाई है उसे आने वाले कई अरब वर्षों तक महफूज़ रखा जाए। चूंकि कागज़ी किताबों, चित्र जैसे रिकॉर्ड का समय के साथ नष्ट हो जाने का खतरा होता है इसलिए पृथ्वी और अंतरिक्ष में कई स्थानों पर डैटा सुरक्षित रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। ल्यूनर लायब्रेरी इसी प्रयास में एक और कदम है। ल्यूनर लायब्रेरी नामक यह नैनोटेक डिवाइस 25 डिस्क से मिलकर बनी है। हर डिस्क की मोटाई 40 माइक्रॉन (1 से.मी. का 10 हज़ारवां अंश) है। इन डिस्क को बनाने में निकल धातु का उपयोग किया गया है।
मानव सभ्यता का लेखागार बने इस डिवाइस में किताबों के चित्र, फोटो, चित्रण, दस्तावेज़, विकीपीडिया (अंग्रेज़ी में), किताबें, वैज्ञानिक हैंडबुक, विविध भाषाओं के बारे में जानकारी और उनके अनुवाद सहेजे गए हैं। इसके अलावा इसमें इरुााइल के इतिहास और संस्कृति से जुड़े गीत, संदेश और बच्चों द्वारा बनाए गए चित्र भी हैं।
इस डिवाइस में आसानी से लेंस की मदद से पढ़े जा सकने वाले बड़े-बड़े अक्षर भी हैं और ऐसे भी अक्षऱ और फोटो हैं जिन्हें सूक्ष्मदर्शी की मदद से ही पढ़ा जा सकता है। (स्रोत फीचर्स)