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Sandarbh - Issue 118 (Sep-Oct 2018)
- इश्कबाज़ जुगनू की वो जलती-बुझती लाइट
- कैसे तय होते हैं पौधों के लिंग?
- पैमाना.... अब नहीं रहा बेगाना
- मेरी ज्यामिति की कक्षा
- बच्चों को किताबें पढ़ने के अवसर देना एक शिक्षक से बातचीत
- सीखने की प्रक्रिया में अनुपयोगी बातों और गतिविधियों का महत्व
- पुस्तकालय की ज़रूरत और पुस्तकालय प्रशिक्षण
- क्लोरीन-भाग-2
- सवालीराम - 118
Sandarbh - Issue 118 (Sep-Oct 2018)
- Flasher of Flirtatious Firefly by Vipul Keerti Sharma [Hindi, PDF, 220 kB]
इश्कबाज़ जुगनू की वो जलती-बुझती लाइट - विपुल कीर्ति शर्मा - बरसात प्रारम्भ होते ही जुगनू या फायर फ्लाइ जो एक प्रकार के बीटल होते हैं, भरपूर मात्रा में दिखाइ देने लगते हैं। इनकी प्रजातियों और जीवन-चक्र पर कई शोधकर्ताओं ने चर्चा की है। जुगनुओं में समागम बहुत ही रोचक विषय है, यह कोई साधारण कार्य न होकर, एक जटिल लेन-देन है जिसकी यहाँ चर्चा की गई है। जुगनू जगमगाते क्यों हैं व इनमें प्रकाश उत्पन्न होने की प्रक्रिया को यहाँ विस्तार से समझते हैं। Read article... - How Sex is Determined in Plants? By Sushil Joshi [Hindi, PDF, 110 kB]
कैसे तय होते हैं पौधों के लिंग? - सुशील जोशी - जीव-जन्तुओं के मुकाबले जो कि आम तौर पर एकलिंगी ही होते है, पौधों में बहुत अधिक लैंगिक विविधता पाई जाती है। मोटे तौर पर पौधे दो तरह के होते हैैं - एकलिंगी और द्विलिंगी। अधिकांश जन्तुओं का लिंग गुणसूत्रों से तय होता है परन्तु वनस्पति जगत में इस निर्धारण की क्रियाविधी काफी रोचक है। यह वैज्ञानिकों को अध्ययन के लिए आकर्षित करती है। फूलों का विकास कैसे होता है, पौधों मे लिंग निर्धारण एक जीन अथवा जीन के समूह से होता है, इस लेख में इन सभी पहलुओं को विस्तार से समझाने की कोशिश की गई है। Read article... - My Geometry Class by Pradnya Kadam. Translated by Sushil Joshi [Hindi, PDF, 84 kB]
मेरी ज्यामिति की कक्षा - प्रज्ञा कदम - ज्यामितिय आकृतियाँ गणित पाठ्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं किन्तु पाठयपुस्तकों में सिर्फ कुछ आकृतियाँ बनाने के तरीके ही होते हैं। यह नहीं बताया जाता है कि वही चरण क्यों अपनाया गया है। यहाँ शिक्षिका ने प्रत्येक आकृति के पीछे के तर्क व तार्किक प्रमाणों को बच्चों को समझाने की कोशिश की है। तत्पश्चात बच्चे खुद अपनी सूझबूझ से, अपने तरीके से आकृतियों के नाम व अवधारणाओं की परीभाषाएँ विकसित करते हुए ज्ञान प्राप्त करते हैं। Read article... - Scale… Now No Longer Alien by Mohammad Umar [Hindi, PDF, 290 kB]
पैमाना... अब नहीं रहा बेगाना - मोहम्मद उमर - हमारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों को किसी भी प्रकार के पैमाने -- स्केल, चांदा आदि का उपयोग करने के दौरान बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस लेख में लेखक द्वारा एक सरकारी स्कूल के बच्चों के साथ इन मुद्दों पर किए गए काम और उनके अनुभवों की सम्पूर्ण चर्चा है। उन्होंने शिक्षण के तरीकों को बदलते हुए अपनी कक्षा को रोचक बनाया और कहानी-नाटक के ज़रीए मापन को समझाने की कोशिश की है। Read article... - Chances of Reading Books Should be Given to Children by Kamlesh Chandra Joshi
[Hindi, PDF, 105 kB]
बच्चों को किताबें पढ़ने के अवसर देना - कमलेश चन्द्र जोशी - रामकिशोर जी ऊधमसिंह नगर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत हैं। इस लेख में उनके द्वारा स्कूल में बच्चों को किताबे पढ़ने के अवसर देने के अनुभवों को साझा किया किया गया है। उनके अनुसार बच्चों को यदि बचपन से ही किताबें पढ़ने को दी जाएँ तो इससे उनकी पढ़ाई की ओर रुचि और दृष्टिकोण, दोनों में ही बदलाव आता है। इस साक्षात्कार के कुछ और महत्वपूर्ण पहलू पढ़ने व गौर करने योग्य हैं। Read article... - Importance of Ineffective Talk and Activities in the Process of Learning by Swatantra Richariya
[Hindi, PDF, 140 kB]
सीखने की प्रक्रिया में अनुपयोगी बातों और... - स्वतंत्र रिछारिया - मनुष्य का व्यवहार तर्क और भावना, दोनों का सम्मिश्रण है और मनुष्य के लिए ये दोनों ही आवश्यक हैं। बच्चों का स्वभाव बहुत ही सरल होता है। उनकी तमाम गैर तार्किक, असंगत, बेमतलब की गतिविधियाँ ही उनके सीखने की प्रक्रिया को संचालित करती हैं। परन्तु स्कूल और अभिभावक अपेक्षा करते हैं कि बच्चे सिर्फ ऐसे साथर्क कार्यों और बातों में संलग्न रहें जो उन्हें आगे सफलता दिलाएँ। क्या इस सोच में परिवर्तन की आवश्यकता है, अनुपयोगी कार्यों का क्या महत्व है और क्या इससे बच्चों में तनाव कम होगा -- इस बारे में लेख में विस्तार से पढ़ते हैं। Read article... - Necessity of Library and its Training by Neetu Singh [Hindi, PDF, 225 kB]
पुस्तकालय की ज़रूरत और पुस्तकालय प्रशिक्षण - नीतू सिंह - ज्ञान के सृजन के लिए पुस्तकालय एक महत्वपूर्ण तथा अनिवार्य स्थान है। स्कूलों मे जीवन्त पुस्तकालय बनाना जिससे बच्चे पढ़ें और मज़े के लिए पढ़ें, इस महत्व को समझना अत्यन्त महत्वपूर्ण है। पराग नामक एक कार्यक्रम के तहत चलने वाले लाइब्रेरी एजुकेटर कोर्स का अनुभव यह बताता है कि पुस्तकालय शिक्षकों, पुस्तकालय प्रशिक्षकों को ज्ञान सृजन के लिए किस तरह के कौशल और जानकारियों की ज़रूरत है और उनकी भूमिका क्या है। इस लेख में इन आयामों पर विस्तार से चर्चा की गई है कि बेहतर और योग्य पुस्तकालय शिक्षकों का विकास कैसे हो और पुस्तकालय शिक्षकों के समूह के साथ काम करने के क्या अनुभव रहे। Read article... - Chlorine – Part 2 by Johan Harstad. Translated by Teji Grover and Poorwa Yagnik Kushwaha.
[Hindi, PDF, 220 kB]
क्लोरीन - भाग 2 - यूहान हार्शटा - इस बार के अंक में कहानी का दूसरा और अन्तिम भाग छपा है। अपनी सहपाठी के प्रति लगाव के साथ-साथ, पानी में डूबकर मरने के भय को बिलकुल त्यागकर अपनी शारीरिक परीक्षा में सफल होना और अपने लक्ष्य को पाना ही इस रोचक कहानी का सार है। Read article... - Why Snakes do not Move on a Straight Line? from Sawaliram By Kokil Chaudhary. [Hindi, PDF, 100 kB]
साँप सीधा क्यों नहीं चलता? - सवालीराम - इस बार के सवालीराम में बहुत ही रोचक सवाल पूछा गया है कि साँप आम तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली सर्पण गति की बजाए सीधा क्यों नहीं चलते। वैसे तो साँप कई प्रकार से चलते हैं परन्तु कब, कैसे और क्यों -- इसका विवरण निम्न सवालीराम में दिया गया है Read article...