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Sandarbh - Issue 117 (July-August 2018)
- मधुमक्खियों की शून्य की समझ
- गाय, पीपल और तुलसी में श्वसन
- हायड्रिला से श्वसन क्रिया का प्रदर्शन
- एल्गोरिदम यानी कलन-विधियों का दुष्प्रभाव
- हवा कहाँ-कहाँ होती है?
- पर्यावरण अध्ययन: एक झलक... एक अनुभव!
- बस्ती लर्निंग सेंटर में एक बच्चे का सफर
- एक मुसलमान माँ के सवाल
- विशुद्ध विज्ञान और व्यावहारिक विज्ञान का समीकरण
- क्लोरीन-भाग-1
- सवालीराम-117
Sandarbh - Issue 117 (July-August 2018)
Table of Contents
- Bees Understand Zero by Neha C V. Translated by Sushil Joshi
[Hindi, PDF, 100 kB] [English PDF]
मधुमक्खियों की शून्य की समझ - नेहा सी वी - शून्य की अवधारणा के कुछ चरण हो सकते हैं जैसे ‘कुछ नहीं’, और शून्य की चिह्न के रूप में पहचान। ऐसा माना जाता था कि शून्य की अवधारणा को सिर्फ विकसित कशेरुकी प्राणी ही समझ सकते हैं। बैंगलोर के नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइन्सेज़ में शोध कर रहे एक्सेल ब्रॉकमैन ने मधुमक्खियों पर शोध करके बताया है कि मधुमक्खी भलीभाँति शून्य की अवधारणा को पहचानती है। आइए देखते हैं किस तरह इस शोध को किया गया।Read article... - Respiration in Cow, Peepal and Tulsi by Kalu Ram Sharma [Hindi, PDF, 211 kB]
गाय, पीपल और तुलसी में श्वसन - कालू राम शर्मा - सोशल मिडिया इन दिनों पूरे शबाब पर है। इसमें कही गई बातें, विचार और दलील बिना किसी क्रॉसचेकिंग के आगे बढ़ा देना इसकी फितरत है। पीपल, तुलसी को लेकर भी यह कहा जा रहा है कि ये दोनों वनस्पतियाँ रात में भी ऑक्सीजन छोड़ती हैं। ऐसा ही कुछ गाय को लेकर भी कहा गया है कि गाय एकमात्र ऐसा प्राणि है जो श्वसन में ऑक्सीजन ही लेता है और ऑक्सीजन ही छोड़ता है। क्या यह सही है? जब इसकी जाँच की गई तो कुछ और ही अवलोकन सामने आए।Read article... - Demonstration of Respiration Process Through Hydrilla by Kishore Powar [Hindi, PDF, 88 kB]
हायड्रिला से श्वसन क्रिया का प्रदर्शन - किशोर पंवार - अक्सर एक बीकर, कीप और हायड्रिला की टहनी का सेटअप बनाकर हमने इसके मार्फत प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को दिखाया होगा। लेकिन इसका उपयोग श्वसन क्रिया प्रदर्शन के लिए भी किया जा सकता है। थोड़ी हैरानी तो होगी यह सुनकर क्योंकि श्वसन क्रिया के प्रदर्शन के लिए हम अक्सर सूखे-गीले अंकुरित बीज, फूलों और कन्दों का प्रयोग करते हैं। यहाँ हायड्रिला की मदद से श्वसन कैसे दिखाया जा सकता है, इस पर कुछ चर्चा है और कुछ सुझाव।Read article... - The Harmful Effects of Algorithms by Constance Kamii Translated by Vivek Mehta
[Hindi, PDF, 111 kB] [English PDF]
एल्गोरिदम यानी कलन-विधियों का दुष्प्रभाव - कॉन्सटेंस कामी - आम तौर पर गणित की कक्षाओं में गणित के सवालों को हल करने की मानक विधि सीखाई जाती है। इस विधि को एल्गोरिदम या कलन-विधि कहा जाता है। यदि बच्चों को सीधे-सीधे कलन-विधि न सिखाकर हल के विविध तरीके खोजने के लिए प्रोत्साहित किया जाए तो कक्षा में काफी फर्क आ जाता है। कॉन्सटेंस कामी ऐसे ही कुछ बदलावों की बात कर रही हैं यहाँ।Read article... - Experiment With Air by Ankit [Hindi, PDF, 304 kB]
हवा कहाँ-कहाँ होती है? - अंकित - विज्ञान की विविध अवधारणाओं को पाठ्य पुस्तक से पढ़ा देना और एक-दो गतिविधियों का ज़िक्र कर देना एक बात है। लेकिन अवधारणाओं पर चर्चा करना, चर्चा को विस्तार में लेकर जाना, कुछ प्रयोग करवाना और कुछ प्रयोग बच्चों को डिज़ाइन करने को कहना। यह पढ़ाने का एक फर्क तरीका है। हवा कहाँ-कहाँ होती है इसे कक्षा में पढ़ाने के लिए एक शिक्षक ने क्या कुछ किया, इसे पढ़ते हैं इस लेख में।Read article... - Environmental Studies: A Glance An Experience by Ranjana [Hindi, PDF, 242 kB]
पर्यावरण अध्ययन: एक झलक एक अनुभव - रंजना - पर्यावरण अध्ययन का एक प्रमुख उद्देश्य है - बच्चों को ऐसे मौके प्रदान करना जिससे वे अपने आसपास के वातावरण को अन्त:क्रिया द्वारा समझ सकें। अन्त:क्रिया के लिए अवलोकन, वर्गीकरण, किसी नई वस्तु का सृजन करना, संवेदनशीलता का विकास होना आदि अत्यन्त अहम पहलू हैं। यदि कोई शिक्षक तय कर ले तो उसके लिए असम्भव कुछ भी नहीं है। पढ़िए एक शिक्षक के अनुभव।Read article... - Journey of a Child in Learning Centre by Laxmi Yadav [Hindi, PDF, 130 kB]
बस्ती लर्निंग सेंटर में एक बच्चे का सफर - लक्ष्मी यादव - बस्ती लर्निंग सेंटर जिसमें वे बच्चे आते हैं जो कभी भी स्कूल नहीं गए या जो स्कूल छोड़ चुके हैं। इसी सेंटर पर एक ऐसा बच्चा आया जिसके पिता मानसिक रूप से बीमार थे और इस वजह से कक्षा के बच्चे उसका मज़ाक उड़ाते। वह कक्षा में हर वक्त गुमसुम-सा रहता और फिर सेंटर पर आना छोड़ दिया। लेकिन शिक्षिका की लगातार कोशिशों से वह न सिर्फ फिर से सेंटर पर आने लगा बल्कि उसके स्वभाव में परिवर्तन आया और अब वह आत्मविश्वास के साथ सबसे सामने अपने विचार भी रखने लगा।Read article... - An Equation of Genuine Science and Practical Science by P. Balaram Translated by Sushil Joshi
[Hindi, PDF, 170 kB]
विशुद्ध विज्ञान और व्यावहारिक विज्ञान का समीकरण - पी. बलराम - आम लोगों की नज़रों में वैज्ञानिक की छवि एक आविष्कारक की होती है। बरबस ही, बेंजामिन फ्रेंकलिन, थॉमस अल्वा एडीसन, अलेक्ज़ेंडर ग्राहम बेल और निकोलस टेसला जैसे कई नाम याद आ जाते हैं। इन नामों के साथ एक बात और स्पष्ट होती जाती है कि विज्ञान की दुनिया में अनुसंधान-खोज-आविष्कार-नवाचार-विचार-सिद्धान्त आदि व्यावहारिक व अकादमिक क्षेत्रों से जुड़े हो सकते हैं। आइए देखते हैं सौ साल में अनुसंधान के क्षेत्र में क्या-क्या बदलाव आए हैं।Read article... - Questions of a Muslim Mother by Farah Farooqi Translated by Tultul Biswas
[Hindi, PDF, 111 kB][English PDF]
एक मुसलमान माँ के सवाल - फराह फारुकी - जामिया मिलिया इस्लामिया में पढ़ा रहीं फराह फारुकी द्वारा की गई नाज़िया इरम की किताब मदरिंग अ मुस्लिम की समीक्षा। इस किताब में दर्ज वाकये जैसे एक मुसलमान परिवार में जन्म लेना, उसमें बड़े होने का सफर और बच्चों की परवरिश में आईं चुनौतियों के अनुभव लाखों शहरी, मध्यम-वर्गीय हिन्दुस्तानी मुसलमानों के जीते-जागते अनुभवों को प्रतिबिम्बित करते हैं।Read article... - Chlorine – Part 1 by Johan Harstad. Translated by Teji Grover and Poorwa Yagnik Kushwaha.
[Hindi, PDF, 236 kB]
क्लोरीन: भाग 1 (कहानी) - यूहान हार्शटाRead article... - Why Birds Do Not Fall From Trees While Sleeping from Sawaliram By Rudrashis Chakravorty. Translated by Bharat Tripathi
[Hindi, PDF, 118 kB] [English PDF]
पक्षी सोते वक्त पेड़ से गिरते क्यों नहीं हैं? - सवालीराम - बच्चे ने सवालीराम से पूछा है कि रात के समय पक्षी पेड़ की टहनी पकड़े-पकड़े ही सो जाते हैं लेकिन कभी गिरते नहीं हैं। ऐसा क्यों होता है? हमारा यह अनुभव है कि रात में सोने से पहले किसी वस्तु को मुट्ठी में बन्द करके सो जाएँ तो थोड़ी देर बाद वह अँगुलियों की पकड़ में नहीं रहती, छूट जाती है। तो ऐसा कैसे होता है कि पक्षियों के पाँव सोते समय भी शिथिल नहीं पड़ते और वे डाली को नहीं छोड़ते? आइए देखते हैं सवालीराम क्या जवाब दे रहे हैं।Read article...
Letter to editor